पहाड़ो में बढ़ती गर्मी का असर अब जंगलों में भी देखने को मिल रहा है। लगातार राज्य के जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही है। वन विभाग के अनुसार, फायर सीजन में फरवरी मध्य से आज तक प्रदेश के जंगलों में आग की एक सौ सड़सठ घटनाएं हुई हैं , जिसके कारण करीब 214 हैक्टेयर वन क्षेत्र को क्षति पहुंची है। इससे करीब 6 लाख रुपये से अधिक की वन संपदा को नुकसान पहुँचा है।
वहीं, उत्तराखण्ड के जंगलों में आग से वन संपदा को काफी नुकसान काफी होने लगा, आग लगने के कारण जंगल से सटे क्षेत्रों में धुआं छाए रहने से, ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक आग की घटना उत्तरकाशी वन प्रभाग के मुखेम रेंज में व चमोली, चंपावत में हो रही है। पिछले एक सप्ताह से मुखेम रेंज के जंगल जल रहे हैं। वन विभाग के अनुसार उत्तरकाशी जनपद में करीब 20 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ गया है।
चमोली जिले में आग की ताजा घटना सामने आ रही है। वन विभाग कर्मचारियों का इंतजार करना उचित नहीं समझा इसलिए वहां के ग्राम वासियों ने बिना देरी किए सीधे आग बुझाने जंगल में चले गए और समय रहते ही बाकी जंगल को भी आग लगने से बचा भी दिया गया जंगलों से ग्रामीणों का लगाव से अपने जंगलों पर कितना निर्भर होते हैं आप इसीलिए सभी को सावधानी बरतनी जरूरी है। और बेवजह आग ना लगाएं आज जब ग्रामीणों द्वारा पूरी तरह आग पर काबू हो गया,चमोली में महिला मंगलदल और नवयुवक संघ का एकजुटता से आग बुझाने में काफी सहयोग मिला है,
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक