राजस्थान के कोटा में रविवार अल सुबह एक भीषण हादसे में बरात लेकर जा रही कार चंबल नदी में गिर गई। इससे कार में सवार दूल्हे व चालक समेत सभी नौ लोगों की मौत हो गई।
हादसे का कारण यह बताया जा रहा है कि रफ्तार बहुत तेज होने के कारण चालक कार पर नियंत्रण खो बैठा, जिससे हादसा हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर दुख जताया है। राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा निवासी अविनाश वाल्मीकि की रविवार को शादी होनी थी। वह बरात लेकर उज्जैन के भैरूनाला जा रहे थे। बरात की बस में 70 लोग और कार में दूल्हे सहित नौ लोग शनिवार रात रात दो बजे उज्जैन के लिए रवाना हुए थे। रास्ते में सभी लोग एक दुकान पर चाय पीने के लिए रुके थे। इसके बाद रवाना हुए तो बस आगे निकल गई। बस में सवार दूल्हे के पिता को लगा कि कार उनसे काफी दूर रह गई है। उन्होंने कार में सवार लोगों को फोन किया तो किसी से बात नहीं हो सकी। उन्होंने बस को रुकवा दिया और कार का इंतजार करने लगे।
दूल्हे की जेब से मिला पहचान पत्र
इस बीच रेस्क्यू टीम को दूल्हे की जेब में पहचान पत्र मिला, जिसके आधार पर उनकी पहचान चौथ का बरवाड़ा निवासी अविनाश के रूप में हुई। पुलिस ने ही दूल्हे के पिता को फोन कर हादसे की सूचना दी।
इस कारण हुआ हादसा
पुलिस का मानना है कि तेज गति से चल रही कार के चालक ने नियंत्रण खो दिया। पुलिया पर दीवार या रेलिंग नहीं होने के कारण कार सीधे नदी में गिर गई। रोशनी नहीं होना भी हादसे का कारण माना जा रहा है।
तीन बहनों की साथ हो रही थी शादी, तीन स्थानों से आ रही थीं बरातें
अविनाश वाल्मीकि की बरात उज्जैन के उज्जैन के भेरूनाला में जिस घर जा रही थी, वहां तीन सगी बहनों का विवाह एक साथ होना था। तीनों की बरात पिपलीनाका स्थित विष्णु वाटिका में ठहरने वाली थी। हादसे की सूचना मिलने के बाद मातम छा गया। दुल्हन बनी दो अन्य बहनों ने भी शादी से इन्कार कर दिया, लेकिन लोगों के समझाने के बाद वे शादी के लिए तैयार हो गईं। बहुत ही सादे समारोह में दोनों का विवाह संपन्न हुआ।
गढ़वाली कुमाउनी वार्ता
समूह संपादक