कुमाऊ का पिछौड़ा क्यों प्रसिद्ध है, देखने के लिए लिंक ओपन करें…

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🙏🙏🙏एक छोटा सा प्रयास अपनी धरोहर रंगवाली पिछौड़ा को सहेजने का 🙏🥰

उत्तराखंड में सुहागिन महिलाओं द्वारा मांगलिक अवसरों पर गहरे पीले रंग की सतह पर लाल रंग से बनी बूटेदार ओढ़नी पहनने का प्रचलन है। इस ओढ़नी को रंगोली का पिछौड़ा या रंगवाली का पिछौड़ा कहते हैं। विवाह, नामकरण, त्योेहार, पूजन-अर्चन जैसे मांगलिक अवसरों पर बिना किसी बंधन के विवाहित महिलायें इसका प्रयोग करती हैं।

पिछौड़ा संपूरिरता का प्रतीक है। प्रतीकात्मक रूप में लाल रंग वैवाहिक जीवन की संयुक्तता, स्वास्थ्य तथा सम्पन्नता का प्रतीक है जबकि सुनहरा, पीला रंग भौतिक जगत से जुड़ाव दर्शाता है।

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